When Sage #Vedavyasa had composed this holy history, he began to think about how to teach this to his disciples. Knowing his anxiety, #LordBrahma suggested him to have his work written by #LordGanesh.
Then Sage Vedvyasa prayed to Lord Ganesh. Hearing his prayers Lord Ganesha answered “I will become the writer of your work, on the condition that even for a moment my pen should not stop writing”. Sage Vyasa agreed to His condition, but in return also gave his condition that Lord Ganesha would not write anything without understanding it.
जब ऋषि #वेदव्यास ने इस पवित्र इतिहास की रचना की थी, तो वे सोचने लगे कि अपने शिष्यों को इसे कैसे पढ़ाया जाए। उनकी चिंता को जानकर, #भगवानब्रह्मा ने उन्हें सुझाव दिया कि वे अपनी रचना #भगवानगणेश से लिखवा लें।
तब ऋषि वेदव्यास ने भगवान गणेश से प्रार्थना की। उनकी प्रार्थना सुनकर भगवान गणेश ने उत्तर दिया "मैं आपके काम का लेखक बनूंगा, इस शर्त पर कि मेरी कलम एक पल के लिए भी लिखना बंद न करे"। ऋषि व्यास ने उनकी शर्त मान ली, लेकिन बदले में यह भी शर्त रखी कि भगवान गणेश बिना समझे कुछ भी नहीं लिखेंगे।
Comments